Ravi ki kahani अधूरी मोहब्बत और वो रहस्य

💔 रवि शर्मा — अधूरी मोहब्बत और वो रहस्य जो अब भी बाकी है

"कभी-कभी, सबसे गहरा प्यार वही होता है जो अधूरा रह जाता है।"

रवि शर्मा का बचपन गाँव की धूल भरी गलियों और ढलते सूरज के साए में बीता था। उसने सीखा था कि खुशियाँ कभी आसानी से नहीं मिलतीं, और शायद इसी वजह से वो लोगों के जज़्बात की कद्र करना जानता था।

कॉलेज के पहले दिन जब उसकी नज़र अनुष्का पर पड़ी, तो सब कुछ जैसे थम सा गया। उसकी आँखों में एक ऐसा कोमल रहस्य था… जिसकी गहराई तक जाने की ललक रवि के दिल में आग की तरह फैल गई।

🌸 पहली मुलाकात — नज़रें और खामोशियाँ

रवि और अनुष्का की दोस्ती चाय के गिलासों और लाइब्रेरी की पुरानी किताबों के बीच पनपी। कभी हल्की-फुल्की नोकझोंक, कभी सपनों की बातें… रवि के लिए अनुष्का सिर्फ एक लड़की नहीं, बल्कि उसकी मंज़िल बन चुकी थी।

लेकिन ज़िंदगी हमेशा सीधी नहीं चलती। धीरे-धीरे अनुष्का के व्यवहार में बदलाव आने लगा।

💔 टूटते भरोसे के पहले संकेत

वो लड़की जो हर वक्त साथ होती थी, अब अक्सर बहाने बनाने लगी। फ़ोन की घंटी बजती, लेकिन जवाब न मिलता। एक शाम, रवि ने हिम्मत जुटाकर पूछा — "क्या हम ठीक नहीं चल रहे?" अनुष्का ने नज़रें झुकाते हुए बस इतना कहा — "मैं अकेले रहना चाहती हूँ।"

उसकी आवाज़ में दर्द था, लेकिन रवि के लिए यह दर्द किसी और के लिए था या उसके लिए — ये सवाल भीतर चुभ गया।

🔍 धोखे की गूँज

एक रात, रवि ने अनुष्का के फोन में कुछ अजनबी मैसेज देखे। नाम अनजाने थे, बातें और भी अजनबी। उस पल जैसे उसके भीतर कुछ टूट गया। अगले कुछ दिनों में रिश्ता खत्म हो गया — बिना अलविदा, बिना सफ़ाई।

रवि का कमरा सवालों और ख़ामोशी से भर गया। उसने अपनी डायरी में लिखा — "प्यार के नाम पर मुझे सिर्फ धोखा मिला।"

🚲 अतीत की गलियों में लौटना

ब्रेकअप के बाद रवि ने कई दिन कॉलेज के पुराने गेट पर बिताए, वही जगह जहाँ वो और अनुष्का साथ हँसे थे। हवा में अब भी उनकी यादों की खुशबू थी। लेकिन अब रवि के लिए यह सफर सिर्फ अनुष्का तक पहुँचने का नहीं, बल्कि खुद को वापस पाने का था।

🗝️ दोस्त की चेतावनी और छुपा सच

एक शाम, रवि अपने सबसे करीबी दोस्त सौरभ से मिलने गया। सौरभ ने कहा — "रवि, मैंने उसे हँसते देखा है… लेकिन वो हँसी कभी तुम्हारी याद दिलाती है, तो कभी किसी और की कहानी सुनाती है।"

रवि को महसूस हुआ कि अनुष्का की दुनिया में शायद कोई ऐसा राज़ था, जिसे उसने कभी जानने की कोशिश ही नहीं की।

📷 यादों के पन्ने और धुंधली तस्वीर

गाँव लौटकर उसने अपना पुराना फ़ोटो एलबम खोला। हर तस्वीर पर एक कहानी थी — बारिश में भीगे बाल, सुनसान बेंच पर पहला किस, और धूप में आँखें मिचमिचाती हँसी।

रवि ने सोशल मीडिया पर एक धुंधली तस्वीर के साथ स्टोरी डाली — "मैं अतीत के पीछे दौड़ रहा हूँ… पर क्या अतीत मुझे वापस बुलाएगा?"

कुछ ही देर में एक अनजान अकाउंट से जवाब आया — "परछाइयाँ साथ तभी रहती हैं, जब कोई उन्हें जोड़ने की कोशिश करे।"

📩 दरवाज़े पर आया लिफ़ाफ़ा

एक रात, दरवाज़ा खटखटने की आवाज़ आई। बाहर कोई नहीं था, बस ज़मीन पर एक लिफ़ाफ़ा रखा था। अंदर अनुष्का की कविताएँ थीं — वही, जो उसने एक बार रवि को दी थीं लेकिन वह भूल गया था।

कविताओं के बीच एक पन्ना अलग था, जिस पर लिखा था — "जब तक तुम नहीं मिलोगे, मैं अधूरी हूँ।" रवि की धड़कनें पहली मुलाकात की तरह तेज हो गईं।

📌 अगला भाग —

अनुष्का के गायब होने के पीछे का सच, सौरभ और मोहित का कनेक्शन, और वो वजह जो इस मोहब्बत को हमेशा के लिए बदल देगी।

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